मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏❤
#selfmusing #selfwriting #❤🙏
"माँ", कहने को तो एक शब्द मात्र है...
पर पूरी दुनिया का प्रेम सिमटा हुआ है इस शब्द में एक बच्चे के लिए...
इस ममतामई शब्द का प्रभाव जीव-जन्तु,जानवर, इंसान हर जगह देखने को मिलता है...
कि कैसे एक माँ अपने बच्चों पर ममता लुटाती है,,सारे गम-सितम,पीड़ा सहते हुए...
उसकी नज़र में जीवनभर वो एक बच्चा ही रहता है....
यही सोचते हुए उसकी ख़ुद की आँखें पथरा जाती हैं...
सुबह-शाम जब कोई उसे खाना खाने के लिए आवाज़ देता है...
तो सबसे पहले यही पूछती है,मेरे बच्चे तुमने खाया..
बेबस-बूढ़ी आँखें जब लाचार होने लगती हैं,सभी कतराने लगते हैं...
तब भी उसकी ममता तनिक भी कम नहीं होती...
पूरी दुनिया से लड़ने की हिम्मत रखती है, उस जिगर के टुकड़े के लिए...
भले ही वो लाख गलत क्यों ना हो...
माँ अपने आप में एक दुनिया है, बच्चे के लिए...
इसीलिए माँ कहते ही,वो ममत्व और प्रेम निश्चल भाव से अंतःमन तक समा जाता है...❤🙏
#selfmusing #selfwriting #❤🙏
"माँ", कहने को तो एक शब्द मात्र है...
पर पूरी दुनिया का प्रेम सिमटा हुआ है इस शब्द में एक बच्चे के लिए...
इस ममतामई शब्द का प्रभाव जीव-जन्तु,जानवर, इंसान हर जगह देखने को मिलता है...
कि कैसे एक माँ अपने बच्चों पर ममता लुटाती है,,सारे गम-सितम,पीड़ा सहते हुए...
उसकी नज़र में जीवनभर वो एक बच्चा ही रहता है....
यही सोचते हुए उसकी ख़ुद की आँखें पथरा जाती हैं...
सुबह-शाम जब कोई उसे खाना खाने के लिए आवाज़ देता है...
तो सबसे पहले यही पूछती है,मेरे बच्चे तुमने खाया..
बेबस-बूढ़ी आँखें जब लाचार होने लगती हैं,सभी कतराने लगते हैं...
तब भी उसकी ममता तनिक भी कम नहीं होती...
पूरी दुनिया से लड़ने की हिम्मत रखती है, उस जिगर के टुकड़े के लिए...
भले ही वो लाख गलत क्यों ना हो...
माँ अपने आप में एक दुनिया है, बच्चे के लिए...
इसीलिए माँ कहते ही,वो ममत्व और प्रेम निश्चल भाव से अंतःमन तक समा जाता है...❤🙏